आज का प्रश्न-208 question no-208
प्रश्न-208 : पास्कल वेगर या पास्कल का दांव (Pascal's Wager) क्या है ?
उत्तर: पास्कल का भगवान और ईश्वरीय शक्ति में गहरा विश्वास था। उसकी अक्सर नास्तिकों के साथ बहस भी हुआ करती थी। जिसमें पास्कल उनको जवाब देकर संतुष्ट करने का प्रयत्न किया करता था। बहुत बहस को अक्सर वह इस दलील से बात को खत्म कर दिया करता था कि ‘अगर वास्तव में ईश्वर का अस्तित्व है तो मुझे मरने के बाद बहुत अच्छे फल प्राप्त होंगे जबकि तुम घाटे में रहोगे। और अगर ईश्वर का अस्तित्व नहीं है तो मेरा और तुम्हारा अंजाम एक जैसा ही होगा। मरने के बाद हम सबका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। इसलिये ईश्वर के अस्तित्व को मानना ही अधिक फायदेमन्द है।’
पास्कल इस कथन से सब को लाजवाब कर देता था। उसका यह कथन काफी मशहूर हुआ,अब दुनिया इसे ‘पास्कल वेगर’ या पास्कल का दांव (Pascal's Wager) के नाम से जानती है। पास्कल वेगर का प्रयोग प्रबंधन और विज्ञान की कुछ शाखाओं में होता है जहाँ जोखिम को कम करना होता है। मिसाल के तौर पर अगर किसी प्रबंधक कोई ऐसा निर्णय लेना है जिसमें दो ही तरीके हैं और दोनों काम के दोनों तरीके रिस्की हैं तो वहाँ पास्कल वेगर का इस्तेमाल करते हुए ऐसे हल को चुना जाता है जिसमें सफल ना होने पर हानि कम से कम हो।
प्रश्न-208 : पास्कल वेगर या पास्कल का दांव (Pascal's Wager) क्या है ?
उत्तर: पास्कल का भगवान और ईश्वरीय शक्ति में गहरा विश्वास था। उसकी अक्सर नास्तिकों के साथ बहस भी हुआ करती थी। जिसमें पास्कल उनको जवाब देकर संतुष्ट करने का प्रयत्न किया करता था। बहुत बहस को अक्सर वह इस दलील से बात को खत्म कर दिया करता था कि ‘अगर वास्तव में ईश्वर का अस्तित्व है तो मुझे मरने के बाद बहुत अच्छे फल प्राप्त होंगे जबकि तुम घाटे में रहोगे। और अगर ईश्वर का अस्तित्व नहीं है तो मेरा और तुम्हारा अंजाम एक जैसा ही होगा। मरने के बाद हम सबका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। इसलिये ईश्वर के अस्तित्व को मानना ही अधिक फायदेमन्द है।’
पास्कल इस कथन से सब को लाजवाब कर देता था। उसका यह कथन काफी मशहूर हुआ,अब दुनिया इसे ‘पास्कल वेगर’ या पास्कल का दांव (Pascal's Wager) के नाम से जानती है। पास्कल वेगर का प्रयोग प्रबंधन और विज्ञान की कुछ शाखाओं में होता है जहाँ जोखिम को कम करना होता है। मिसाल के तौर पर अगर किसी प्रबंधक कोई ऐसा निर्णय लेना है जिसमें दो ही तरीके हैं और दोनों काम के दोनों तरीके रिस्की हैं तो वहाँ पास्कल वेगर का इस्तेमाल करते हुए ऐसे हल को चुना जाता है जिसमें सफल ना होने पर हानि कम से कम हो।
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प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर हरियाणा
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