आज का प्रश्न-317 question no-317
प्रश्न-317: कुछ पढ़ते
समय लोग नींद का अनुभव क्यों करते हैं?
उत्तर: पढ़ते
समय अधिकतर लोगों को नींद का अनुभव उनके पढ़ने की स्थिति या
मुद्रा के कारण होता है। पढ़ते समय व्यक्ति मुश्किल से हिलता डुलता है, इस शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण माँसपेशियों में रक्त का संचार
कम हो जाता है,
परिणामतः लैक्टिक एसिड का संचयन हो जाता है; यह अम्ल कोशिकाओं में अपूर्ण दहन के परिणामस्वरूप बनता है यह
लैक्टिक एसिड एक उच्च अपघटनकारी या ऑक्सीजन को सोखने
वाला कारक है,
जो कि शीघ्र आक्सीजनीकृत रक्त से क्रिया करता
है। इस प्रकार मस्तिष्क में आक्सजनीकृत रक्त प्रवाह की कमी हो जाती
है, फलस्वरूप हमें नींद का अनुभव होता है। इस
समस्या से निपटने के लिये हमें लगातार एक स्थिति में बैठकर
पढ़ने से बचना चाहिये। इसके साथ ही पढ़ते समय कुछ अल्पविराम लेना
चाहिये और कुछ समयान्तरालों पर अन्य कार्य भी करते रहना चाहिये
ताकि सक्रियता बनी रहे। इसलिए हम जब पैदल चलते टहलते हुए याद करते हैं तो ना नींद आती है और ना ही एकाग्रता टूटती है, बाकी रहा मन ना होना वो अलग मुदा है।
Jyotsna Singh जी व फेसबुक मित्रों का बहुत बहुत
धन्यवाद
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति:
सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर
1 टिप्पणी:
पढ़ने में अरुचि भी एक कारण हो सकता है।
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