आज का प्रश्न-305 question no-305
प्रश्न-305: किस वैज्ञानिक की खोज को वर्षों तक कोई मान्यता नहीं मिली और जब मान्यता मिली तो उस के प्रयोग ने दुनिया की धारणा ही बदल डाली, उस वैज्ञानिक का नाम बताओ ?
उत्तर: उस वैज्ञानिक का नाम ग्रेगर जॉन मेंडल है इनका जन्म 20 जुलाई 1822 को
एक जर्मन परिवार में हुआ था।अनुवांशिकता के जनक ग्रेगर जान मेन्डल, ये एक आस्ट्रियन पादरी थे, ये भौतिकी और दर्शन के विशेषज्ञ थे।
ये गिरजाघर के बाग मे अनुवांशिकी पर अपना शोध करते तथा अपने आकड़ोँ को पुष्टि के लिए विशेषज्ञो को भेजते थे। लेकिन इनके शोध मे जीव विज्ञानियोँ को गणित का प्रयोग नही भाया और वे इनके शोध पर ध्यान नही दिया। अनुवांशिकता के जनक मेंडल की अपने समय में वैज्ञानिक के रूप में कोई नहीं जनता था। बल्कि वह एक ईसाई पादरी थे। जो हाई स्कूल के विद्यार्थियों को प्राकृतिक विज्ञान पढ़ाते थे। लेकिन उनके एक एक्सपेरीमेन्ट ने दुनिया की धारणा बदल दी। उसने अपना एक्सपेरीमेन्ट लगभग 29000 मटर के पौधों पर किया। मेंडल की खोज को बहुत वर्षों तक कोई मान्यता नहीं मिली। लगभग अस्सी वर्षों बाद ह्यूगो राइस और कार्ल कोरेंस नामक वैज्ञानिकों ने उसके कार्यों की पुनर्खोज की। और तब लोगों ने मेंडल के कार्य की महत्ता समझी। उसके एक्सपेरीमेंट की सत्यता सिद्ध करने में गणितज्ञ व सांख्यकीविद फिशर (Fisher) का भी बहुत बड़ा योगदान रहा।
ये गिरजाघर के बाग मे अनुवांशिकी पर अपना शोध करते तथा अपने आकड़ोँ को पुष्टि के लिए विशेषज्ञो को भेजते थे। लेकिन इनके शोध मे जीव विज्ञानियोँ को गणित का प्रयोग नही भाया और वे इनके शोध पर ध्यान नही दिया। अनुवांशिकता के जनक मेंडल की अपने समय में वैज्ञानिक के रूप में कोई नहीं जनता था। बल्कि वह एक ईसाई पादरी थे। जो हाई स्कूल के विद्यार्थियों को प्राकृतिक विज्ञान पढ़ाते थे। लेकिन उनके एक एक्सपेरीमेन्ट ने दुनिया की धारणा बदल दी। उसने अपना एक्सपेरीमेन्ट लगभग 29000 मटर के पौधों पर किया। मेंडल की खोज को बहुत वर्षों तक कोई मान्यता नहीं मिली। लगभग अस्सी वर्षों बाद ह्यूगो राइस और कार्ल कोरेंस नामक वैज्ञानिकों ने उसके कार्यों की पुनर्खोज की। और तब लोगों ने मेंडल के कार्य की महत्ता समझी। उसके एक्सपेरीमेंट की सत्यता सिद्ध करने में गणितज्ञ व सांख्यकीविद फिशर (Fisher) का भी बहुत बड़ा योगदान रहा।
नित्यानन्द शाही जी व Asha Saxena जी व फेसबुक मित्रों का बहुत बहुत धन्यवाद
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति:
सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर
2 टिप्पणियां:
अनुवांशिकता के जनक ग्रेगर जान मेन्डल.
ये एक आस्ट्रियन पादरी थे.
ये भौतिकी और दर्शन के विशेषज्ञ थे।
ये गिरजाघर के बाग मे अनुवांशिकी पर अपना शोध करते तथा अपने आकड़ोँ को पुष्टि के लिए विशेषज्ञो को भेजते थे। लेकिन इनके शोध मे जीव विज्ञानियोँ को गणित का प्रयोग नही भाया और वे इनके शोध पर ध्यान नही दिया।
बाद मे इनके मृत्यु के बाद ह्युगो डी ब्रीज और कार्ल कारेन्स ने इनके शोध की पुर्नखोज की और प्रयोगोँ मे एकदम सही पाया
मेंन्डल ने मटर पर प्रयोग किये थे |
एक टिप्पणी भेजें