गुरुवार, 17 मई 2012

आज का प्रश्न-294 question no-294

आज का प्रश्न-294 question no-294
प्रश्न-294 : एक बड़ा पुराना सवाल अचानक आज याद आया। एक बार दो दोस्त एक बेकरी में  जाते हैं। केक पीस खाने का बिल 45 रुपये आया। दोनों ने मिला कर 25+25=50 रूपयों की पेमंट कर दी। वेटर 45 रुपये बिल जमा करके आया तो उसके पास 5 रुपये बचे थे।  
लड़कों ने 2 रुपये वेटर को टिप्प के दिए और 1.50 - 1.50 रूपये दोनों लड़कों ने आपस में बाँट लिए थे।
अब दोनों लड़के लौटते समय जब हिसाब कुछ इस तरह से करते हैं,
दोनों ने दिए 25 - 25  रुपये और वापस मिले
1.50 - 1.50 रुपये,
प्रत्येक ने खर्च किए 23.50 - 23.50 रुपये, 
23.50 + 23.50 = 47 रूपये
और 2 रुपये वेटर ने टिप्प के रखे थे।
तो महायोग हुआ = 
23.50 + 23.50 + 2 = 49 रूपये
तो एक रूपया कहाँ गया।
नोट : सवाल बड़ा पुराना है अधिकाँश पाठकों ने इसे बचपन में हल किया होगा परन्तु हम अपने बचपन के सवालों को ना भूले इस लिए आज इस सवाल का जवाब पुनःस्मरण कर लीजिए
उत्तर : 22.5 + 22.5=45 रु भोजन का
1 + 1= 2 रु वेटर का टिप्प
1.5 + 1.5=3 रु शेष
कुल योग = 45 + 2 + 3 = 50 रुपए
दोनो बच्चे हिसाब मे कच्चे है।
दोनों ने दिए 25 - 25 रुपये और वापस मिले 1.50 - 1.50 रुपये,
प्रत्येक ने खर्च किए 23.50 - 23.50 रुपये(कुल 47रु),
22.5+22.5=45रु भोजन का
1+1=2रु वेटर का टिप्प
यानि कुल 47 रुपये इसी मे वेटर का टिप्प भी शामिल है,
लेकिन ये बच्चे टिप्प अब अलग से जोड़ रहे है,
तो हिसाब तो गड़बड़ होगा ही।  
नित्यानन्द शाही जी व फेसबुक मित्रों का बहुत बहुत धन्यवाद
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

22.5+22.5=45रु भोजन का
1+1=2रु वेटर का टिप्प
1.5+1.5=3रु शेष
कुल योग=
45+2+3=50रुपए

दोनो बच्चे हिसाब मे कच्चे है।
दोनों ने दिए 25 - 25 रुपये और वापस मिले 1.50 - 1.50 रुपये,
प्रत्येक ने खर्च किए 23.50 - 23.50 रुपये(कुल 47रु),
22.5+22.5=45रु भोजन का
1+1=2रु वेटर का टिप्प
यानि कुल 47 रुपये इसी मे वेटर का टिप्प भी शामिल है,
लेकिन ये बच्चे टिप्प अब अलग से जोड़ रहे है,
तो हिसाब तो गड़बड़ होगा ही।

बेनामी ने कहा…

क्या अप जानते है कि---
३० जनवरी को यदि गांधी वध रुक जाता तो ३ फरवरी १९४८ को
देश का एक और विभाजन पक्का था

जिन्ना की मांग थी कि पश्चिमी पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान जाने में बहुत समय लगता है और हवाई जहाज से जाने की सभी की औकात नहीं, तो हमको बिलकुल बीच भारत से एक कोरिडोर बना कर दिया जाए जो :-

१. लाहौर से ढाका जाता हो
२. दिल्ली के पास से जाता हो
३. जिसकी चौड़ाई कम से कम १० मील यानि १६ किलोमीटर हो
४. १० मील के दोनों और सिर्फ मुस्लिम बस्तियां ही बनेगी

तत्कालीन परिस्थितियों में सभी भारतीय और पाकिस्तानी इस सत्य से परिचित थे कि एक और विभाजन निश्चिंत है, उसके बाद नाथूराम गोडसे ने जो किया वो इतिहास है,