आज का प्रश्न-200 question no-200
प्रश्न-200 : चंद्रमा से सम्बन्धित चन्द्र-दृष्टिभ्रम Moon illusion क्या है इसमें चंद्रमा मूल आकार से कितना गुना बड़ा प्रतीत होता है?
उत्तर : क्षितिज के पास(उदय या अस्त होते समय) चंद्रमा, सूर्य , नक्षत्र सभी अपनी आकाश मे मध्य वाले आकार से बड़े दिखायी देते है। यह एक मरिचिका या दृष्टीभ्रम मात्र है। ऐसा इसलिये होता है कि मानव मस्तिष्क हर वस्तु का आकार उसके आसपास की वस्तुओं के आकार से तुलना कर मापता है। क्षितिज के पास चंद्रमा या सूर्य की तुलना के लिये इमारते, पेड़, पहाड़ जैसी वस्तुये/संरचना होती है लेकिन आकाश के मध्य मे ऐसा कुछ नही होता जिससे वे क्षितिज के पास बड़े दिखते है।
कुछ लोगो का मानना है क्षितिज पर चाँद दुगना दिखाई देता है परन्तु औसत अनुमान कोणीय आकार मे चाँद 50% से 75% बड़ा प्रतीत होता है.
इसे जांचने का सबसे आसान तरिका एक रूपये का सिक्का है। अपने अंगूठे और अनामिका के मध्य एक रूपये के सिक्के को रख कर अपनी बाहं फैलाइये. अब सूर्योदय के समय इस सिक्के के आकार की सूर्य के आकार से तुलना किजीये। सूर्य सिक्के के बराबर नजर आयेगा।
यह प्रयोग आप दोपहर और सूर्यास्त के समय दोहराईये, सूर्य तीनो समय सिक्के के बराबर की नजर आयेगा।
प्रश्न-200 : चंद्रमा से सम्बन्धित चन्द्र-दृष्टिभ्रम Moon illusion क्या है इसमें चंद्रमा मूल आकार से कितना गुना बड़ा प्रतीत होता है?
उत्तर : क्षितिज के पास(उदय या अस्त होते समय) चंद्रमा, सूर्य , नक्षत्र सभी अपनी आकाश मे मध्य वाले आकार से बड़े दिखायी देते है। यह एक मरिचिका या दृष्टीभ्रम मात्र है। ऐसा इसलिये होता है कि मानव मस्तिष्क हर वस्तु का आकार उसके आसपास की वस्तुओं के आकार से तुलना कर मापता है। क्षितिज के पास चंद्रमा या सूर्य की तुलना के लिये इमारते, पेड़, पहाड़ जैसी वस्तुये/संरचना होती है लेकिन आकाश के मध्य मे ऐसा कुछ नही होता जिससे वे क्षितिज के पास बड़े दिखते है।
कुछ लोगो का मानना है क्षितिज पर चाँद दुगना दिखाई देता है परन्तु औसत अनुमान कोणीय आकार मे चाँद 50% से 75% बड़ा प्रतीत होता है.
इसे जांचने का सबसे आसान तरिका एक रूपये का सिक्का है। अपने अंगूठे और अनामिका के मध्य एक रूपये के सिक्के को रख कर अपनी बाहं फैलाइये. अब सूर्योदय के समय इस सिक्के के आकार की सूर्य के आकार से तुलना किजीये। सूर्य सिक्के के बराबर नजर आयेगा।
यह प्रयोग आप दोपहर और सूर्यास्त के समय दोहराईये, सूर्य तीनो समय सिक्के के बराबर की नजर आयेगा।
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर हरियाणा
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3 टिप्पणियां:
क्षितिज के पास(उदय या अस्त होते समय) चंद्रमा, सूर्य , नक्षत्र सभी अपनी आकाश मे मध्य वाले आकार से बड़े दिखायी देते है। यह एक मरिचिका या दृष्टीभ्रम मात्र है। ऐसा इसलिये होता है कि मानव मस्तिष्क हर वस्तु का आकार उसके आसपास की वस्तुओं के आकार से तुलना कर मापता है। क्षितिज के पास चंद्रमा या सूर्य की तुलना के लिये इमारते, पेड़, पहाड़ जैसी वस्तुये/संरचना होती है लेकिन आकाश के मध्य मे ऐसा कुछ नही होता जिससे वे क्षितिज के पास बड़े दिखते है।
इसे जांचने का सबसे आसान तरिका एक रूपये का सिक्का है। अपने अंगूठे और अनामिका के मध्य एक रूपये के सिक्के को रख कर अपनी बाहं फैलायीये. अब सूर्योदय के समय इस सिक्के के आकार की सूर्य के आकार से तुलना किजीये। सूर्य सिक्के के बराबर नजर आयेगा।
यह प्रयोग आप दोपहर और सूर्यास्त के समय दोहराईये, सूर्य तीनो समय सिक्के के बराबर की नजर आयेगा।
Moon illusion is an optical illusion in which moon appears larger near the horizon that it does while higher up in the sky.
Asha
11%बड़ा दीखता है |
आशा
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