शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012

आज का प्रश्न-215question no-215

आज का प्रश्न-215question no-215
प्रश्न-215: किसने कहा था?  'सृष्टि के पूर्व भी ज्यामिति का अस्तित्व था यह ईश्वर के मस्तिष्क के साथ को-एक्सटर्नल है ...अर्थात ज्यामिति स्वयं ईश्वर है' 
उत्तर: योहानेस केप्लर एक जर्मन गणितज्ञ खगोलविद, और ज्योतिषी और 17 वीं सदी के वैज्ञानिक क्रांति में महत्वपूर्ण प्रणेता थे 
योहानेस केप्लरको सबसे अधिक ग्रहों की गति पर अपने काम के लिए जाना जाता है 
अपने कैरियर के दौरान केपलर एक मदरसा स्कूल में गणित के शिक्षक थे योहानेस केप्लर के ग्रहों की गति के तीन नियम इस प्रकार से हैं।
ये नियम किन्ही भी दो आकाशीय पिण्डों की गति का वर्णन करते हैं जो एक-दूसरे का चक्कर काटते हैं
  1. सभी ग्रहों की कक्षा की कक्षा दीर्घवृत्ताकार होती है तथा सूर्य इस कक्षा के नाभिक (focus) पर होता है।
  2. ग्रह को सूर्य से जोड़ने वाली रेखा समान समयान्तराल में समान क्षेत्रफल तय करती है।
  3. ग्रह द्वारा सूर्य की परिक्रमा के आवर्त काल का वर्ग, अर्ध-दीर्घ-अक्ष (semi-major axis) के घन के समानुपाती होता है।
आशीष श्रीवास्तव जी और बेनामी जी का और फेसबुक मित्रों का बहुत बहुत धन्यवाद 
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर हरियाणा    

2 टिप्‍पणियां:

Ashish Shrivastava ने कहा…

महान गणितज्ञ, खंगालशास्त्री जोहानेस केप्लर।

बेनामी ने कहा…

Johannes Kepler
(27 Dec 1571 - 15 Nov 1630)
German astronomer.
1. At ubi materia, ibi Geometria.
Where there is matter, there is geometry.
2.Geometry is one and eternal shining in the mind of God. That share in it accorded to men is one of the reasons that Man is the image of God.
3.Geometry, which before the origin of things was coeternal with the divine mind and is God himself (for what could there be in God which would not be God himself?), supplied God with patterns for the creation of the world, and passed over to Man along with the image of God; and was not in fact taken in through the eyes.