आज का प्रश्न-२८ question no.28
उपर बाईं तरफ हैडर के नीचे मनपसंद गीत संगीत भी कभी कभी पोस्ट किया जाता है सुने शायद आपको भी पसंद आये.
2.हैरीसन जैक श्मिट (Harrison “Jack” Schmitt)
हैरीसन जैक श्मिट जो कि ग्याहरा बाकी चन्द्रपुरुषों से अलग है वो मिलट्री बैकग्राउंड के नहीं थे वे एक भूगर्भशास्त्री थे उन्हें इसलिए मिशन मे भेजा गया था कि वो भूगर्भ विज्ञानी की तरह से चंद्रमा की धूल-मिट्टी-चट्टानों के सैम्पल एकत्र कर के ला सकें.इन्ही के कारण अपोलो-१७ यान सबसे अधिक १०९ किलोग्राम से भी अधिक अनमोल धूल-मिट्टी-चट्टानों के सैम्पल पृथ्वी पर ला सके.
व फेस बुक मित्रों व गूगल + के भी मित्रों का जवाब देने के लिए शुक्रिया.
yash kumar - i share a interesting fact about apolo 11 scientist get some evidence that no buddy land on moon its may be fake ( i saw this on discovery channel ) because at that time there is competition b/w America and Europe how first land on moon and become great power for wining this America cheat the word , so that after 40's no buddy land on moon , even today we have very great technology , today 2000 rs mobile much faster then apolo computer .
Qus.no.28:-अपोलो-११ से चंद्रमा पर उतरने वाले दो प्रथम अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्ड्रिन हैं क्या आप अपोलो -१७ से चंद्रमा पर उतरने वाले दो अंतिम अंतरिक्ष यात्रियों के नाम भी जानते हैं?.
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दर्शन बवेजा
उत्तर : ये नाम हैं,
1.युगीन सेरनन(Eugene Cernan)उत्तर : ये नाम हैं,
2.हैरीसन जैक श्मिट (Harrison “Jack” Schmitt)
हैरीसन जैक श्मिट जो कि ग्याहरा बाकी चन्द्रपुरुषों से अलग है वो मिलट्री बैकग्राउंड के नहीं थे वे एक भूगर्भशास्त्री थे उन्हें इसलिए मिशन मे भेजा गया था कि वो भूगर्भ विज्ञानी की तरह से चंद्रमा की धूल-मिट्टी-चट्टानों के सैम्पल एकत्र कर के ला सकें.इन्ही के कारण अपोलो-१७ यान सबसे अधिक १०९ किलोग्राम से भी अधिक अनमोल धूल-मिट्टी-चट्टानों के सैम्पल पृथ्वी पर ला सके.
आज मेरे एक स्टूडेंट का जवाब गूगल + पर आया है उस का दावा है कि अपोलो-११ की चन्द्र यात्रा फेक यानी जाली थी.
3.रोन इवांस (Ron Evans) नियंत्रण यान से चंद्रमा की परिक्रमा कर रहे थे.
Manish जी राज भाटिय़ा जी ,आशीष श्रीवास्तव जी का जवाब सही है धन्यवाद व फेस बुक मित्रों व गूगल + के भी मित्रों का जवाब देने के लिए शुक्रिया.
yash kumar - i share a interesting fact about apolo 11 scientist get some evidence that no buddy land on moon its may be fake ( i saw this on discovery channel ) because at that time there is competition b/w America and Europe how first land on moon and become great power for wining this America cheat the word , so that after 40's no buddy land on moon , even today we have very great technology , today 2000 rs mobile much faster then apolo computer .
यश जी का भी बहुत शुक्रिया
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर हरियाणा
7 टिप्पणियां:
Eugene Cernan, Ronald Evans और Harrison Schmitt में से कोई दो हो सकते हैं.. :)
Harrison Schmitt, Eugene Cernan, Ronald Evans
Harrison Schmitt,(स्कमिट, भूगर्भशास्त्री थे)Eugene Cernan(सेरनन ) यह दोनो चंदरमा पर उतरे थे, ओर Ronald Evans(इवांस) यान को नियंत्रण कर रहे थे.
मै पास बेठा सब देख रहा था:)ओर विडियो फ़िल्म बना रहा था:)
ये लो जी, हम ने पूरा एक लेख लिखा है : चन्द्रमा पर पहला वैज्ञानिक और अंतिम मानव : अपोलो १७
1.युगीन सेरनन(Eugene Cernan): तीन अंतरिक्ष यात्रायें, कमांडर
2.रोन इवांस (Ron Evans): १ अंतरिक्ष यात्रा, नियंत्रण यान चालक
3.हैरीशन जैक स्क्मीट(Harrison “Jack” Schmitt) : एक अंतरिक्ष यात्रा , चन्द्रयान चालक
चन्द्रमा पर अंतिम बार कदम रखने वाले ये दो मानव मे से एक स्कमिट, चन्द्रमा पर कदम रखने वाले पहले भूगर्भशास्त्री थे। इवांस नियंत्रण यान (अमरीका) मे चन्द्रमा की परिक्रमा कर रहे थे जबकि स्कमिट और सेरनन ने रिकार्ड १०९ किग्रा नमुने जमा किये।
अपलो ११ सच मे लगता हे कि अमेरिका ने लोगो से झुठ बोला था, यहां भी ज्यादातर लोग विश्वास नही करते,बहुत सी बाते हे इस बात को झूठ सावित करने के लिये.
अपोलो ११ की लैंडींग जाली नही थी। यह फाक्स टीवी(डीस्कवरी नही) द्वारा फैलायी गयी अफवाह है।
फाक्स टी वी अपनी जाली डाकुमेण्टरी के लिए विख्यात है।
फाक्स टीवी मर्डोक का ही है !
ज्यादा जानकारी के लिए यहां देखें
http://www.badastronomy.com/bad/tv/foxapollo.html
यहां पर अपोलो ११ की लैण्डींग को जाली बताने वाले हर तर्क का जवाब है।
हमारे अपने चन्द्रयान ने अपोलो ११ की लैण्डींग की जगह की तस्वीरे ली है, नासा पर विश्वास नही है तो इसरो पर तो विश्वास करें।
http://science.slashdot.org/article.pl?sid=09/01/11/1822235
दर्शन जी,
आप से अनुरोध है कि इस मंच पर कान्सपीरेसी थ्योरी या अपवाहो को जगह ना दें, क्योंकि यहां ऐसे काफी व्यक्ति आते है जिन्हे विज्ञान की मूलभूत जानकारी नही होती और वे इन अफवाहो पर भरोसा कर बैठते है।
धन्यवाद आशीष जी
मै पूरा पूरा ख्याल रखूंगा आगे से
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