शनिवार, 2 जून 2012

आज का प्रश्न-309 question no-309

आज का प्रश्न-309 question no-309
प्रश्न-309: खगोलीय घटना शुक्र पारगमन के संदर्भ में ब्लैक ड्राप इफेक्ट क्या है?
उत्तर: ब्लेक ड्रॅाप प्रभाव- पिछले शुक्र पारगमन की घटनाओं का अवलोकन करने में सबसे बड़ी समस्या यह देखने में आई कि शुक्र ठीक किस क्षण सूर्य के ऊपर पूरी तरह आया, यह निर्धारित करना कठिन हो गया। यह क्षण जब शुक्र पूरी तरह सूर्य के ऊपर आता है वह क्षण दूसरे सम्पर्कका क्षण कहलाता है। यह क्षण बहुत महत्वपूर्ण होता है जब शुक्र पूरी तरह से सूर्य के भीतरी किनारे से चिपकाहुआ दिखता है। इसके तुरंत बाद शुक्र सूर्य के सम्पर्क बिंदु के पास खिंचा हुआ दिखता है जिसके कारण शुक्र का आकार कुछ बिगड़ा हुआ लगने लगता है। जब शुक्र सूर्य के भीतरी किनारे से अंदर की ओर खिसकना शुरू होताहै तो अवलोकन करने वाले के लिए सम्पर्क के क्षण का ठीक ठीक अवलोकन कर पाना बहुत ही कठिन हो जाता है। इस रहस्यमयी ब्लैक ड्रॉप इफैक्ट के कारण सम्पर्क का सही अवलोकन नहीं हो पाता। ब्लैक ड्रॉप इफैक्टदो प्रभावों के कारण होता है। एक तो दूरबीन के कारण छवि का स्वाभाविक रूप से धुंधला होना जिसे जीम 'Point spread function' कहा जाता है और यह वातावरण में होने वाले विक्षोभ के कारण होता है। दूसरा सूर्य के किनारे पर चमक के कम होने के कारण होता है जिसे खगोलविज्ञानी 'Limb Darkening'  के नाम से जानते है।
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प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर
 

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