आज का प्रश्न-५० question no.50
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प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर हरियाणा
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Qus.no 50 : जब कोई किसी नवजात को देखता है तो अनायास ही कह जाता है कि इसकी आँखे कितनी बड़ी बड़ी है लेकिन उस बच्चे के बड़े होने पर उसकी आँखें बड़ी नहीं लगती हैं ऐसा क्यूँ क्या उस की आँखें बाद मे नहीं बढ़ती हैं ?
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उत्तर :नेत्र गोलीका Iris का आकार जन्म के समय जितना होता है ताउम्र उतना ही रहता है.मानव नेत्र के बारे मे विस्तार से यहाँ पर पढ़ सकते हैं.
ऐसा नहीं है की हमारी आँखों(नेत्र गोलक) का आकार नहीं बढ़ता जन्म के समय यह 19mm व्यास की होती है और वयस्क होने तक इनका व्यास 24-25mm तक हो जाता है
एक और भी द्रव जो की हमारी खोपड़ी मे होता है ताउम्र उतना ही रहता है जितना कि जन्म के समय होता है.
अभी इस प्रश्न का संशोधित जवाब बाद मे दिया जायेगा .
अभी इस प्रश्न का संशोधित जवाब बाद मे दिया जायेगा .
आशीष श्रीवास्तव जी,आशा जी ,अन्तर सोहिल जी का बहुत बहुत धन्यवाद
फेस बुक पर जवाब देने के लिए Ricky Sachdeva,Jaideep Purohit जी का बहुत बहुत धन्यवाद
हमारे राज भाटिया जी बड़े भाई कहाँ रह गए जी
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
3 टिप्पणियां:
मानव आंखो का आकार जन्म से लेकर मृत्यु तक एक ही रहता है।
आखें बढ़ती तो हैं पर उनके बढ़ने की गति शरीर के अन्य अंगों की तुलना में बहुत कम होती है |यही कारण है कि वे बहुत बड़ी नहीं लगतीं |
आशा
आशीष जी से सहमत
मनुष्य की आँख की पुतली का आकार जन्म के समय जितना होता है जीवनभर उतना ही रहता है।
प्रणाम
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