आज का प्रश्न-१ question no.1
इस ब्लॉग पर हर रोज़ एक प्रश्न पूछा जाएगा जो की आप का ज्ञानवर्धन करेगा जो भी सज्जन इसका जवाब देना चाहे उन का स्वागत है और जवाब की साप्ताहिक पोस्ट मे उन का हवाला दिया जाएगा .
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Qus.no.1:- मधुमेह के मरीज को करेले का जूस क्यों पीना पड़ता है ?
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दर्शन बवेजा
इस ब्लॉग पर हर रोज़ एक प्रश्न पूछा जाएगा जो की आप का ज्ञानवर्धन करेगा जो भी सज्जन इसका जवाब देना चाहे उन का स्वागत है और जवाब की साप्ताहिक पोस्ट मे उन का हवाला दिया जाएगा .
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Qus.no.1:- मधुमेह के मरीज को करेले का जूस क्यों पीना पड़ता है ?
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दर्शन बवेजा
उत्तर :Ankit.....................the real scholarजी ने टिप्पणी मे जो कहा उस वो सच है एक और कारण जो करेले का जूस पीने का पता चला है वो कि अधिकाँश फलों मे जो मिठास होती है जो मधुमेह के रोगियों के लिए हानिकारक होता है ऐसी स्तिथि मे रोगी के शरीर मे फलों और सब्जियों के आभाव मे विटामिन्स और खनिजों की भारी कमी हो जाती है ऐसी स्तिथि मे उसे ऐसा फल खा कर अपनी शरीर मे विटामिन्स और खनिजों की कमी को पूरा करना है जिस मे मिठास शर्करा ग्लूकोस ना हो तो ऐसा एकमात्र फल करेला है जो शरीर मे उत्पन्न होती जाती विटामिन्स और खनिजों की कमी को पूरा कर सकती है जिससे स्वत शर्करा नियंत्रण भी होता रहता है करेले के जूस का लिया जाने का मुख्य कारण उस मे मिठास की अनुपस्तिथि है.
करेला
इसका रस रक्त में शुगर के लेवल को नियंत्रित करता है। इसके जूस का सेवन करने से मधुमेह के रोगियों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, लेकिन इससे ज्यादा मात्रा लेने पर पेट दर्द और डायरिया की समस्या भी हो सकती है।
आंवला
यह विटामिन सी व एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत है। इसमें नींबू की तुलना में १५ गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है, जिससे पैंक्रिआज इंसुलिन के निर्माण के लिए प्रेरित होता है। इसका सेवन करेले के जूस के साथ किया जाए, तो और भी लाभकारी हो सकता है।
यह विटामिन सी व एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत है। इसमें नींबू की तुलना में १५ गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है, जिससे पैंक्रिआज इंसुलिन के निर्माण के लिए प्रेरित होता है। इसका सेवन करेले के जूस के साथ किया जाए, तो और भी लाभकारी हो सकता है।
अश्वगंधा
चीन में डायबिटीज के उपचार में अश्वगंधा का प्रयोग लंबे समय से किया जा रहा है। इससे ब्लड शुगर कम होने के साथ ही यह पैंक्रिआज को इंसुलिन के निर्माण के लिए प्रेरित करता है। वहीं, यह इंसुलिन रिसेप्टर्स की संख्या में बढ़ोतरी करने भी सहायक है।
चीन में डायबिटीज के उपचार में अश्वगंधा का प्रयोग लंबे समय से किया जा रहा है। इससे ब्लड शुगर कम होने के साथ ही यह पैंक्रिआज को इंसुलिन के निर्माण के लिए प्रेरित करता है। वहीं, यह इंसुलिन रिसेप्टर्स की संख्या में बढ़ोतरी करने भी सहायक है।
प्याज
भोजन में प्याज शामिल करने से भी रक्त में शर्करा का स्तर सामान्य रहता है। वहीं, ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन संबंधित गड़बड़ियों को रोकने में भी मदद मिलती है। इसे सलाद के रूप में भी ले सकते हैं।
तुलसी
शोध में सामने आया है कि तुलसी का सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है। खासतौर से भोजन के बाद इसका सेवन करना चाहिए।
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
भोजन में प्याज शामिल करने से भी रक्त में शर्करा का स्तर सामान्य रहता है। वहीं, ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन संबंधित गड़बड़ियों को रोकने में भी मदद मिलती है। इसे सलाद के रूप में भी ले सकते हैं।
तुलसी
शोध में सामने आया है कि तुलसी का सेवन मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है। खासतौर से भोजन के बाद इसका सेवन करना चाहिए।
सभी टिप्पणी कर्ताओं का जी धन्यवाद
प्रस्तुति: सी.वी.रमण विज्ञान क्लब यमुनानगर हरियाणा
7 टिप्पणियां:
जबाब का इन्तजार करते हैं.
shuger ki matra ko niyantrit karane ke liye
karele ke juce se blood me suger ka level kam hota hai
अच्छा है।
जानकारी का आभार.
हार्दिक धन्यवाद इस जानकारी के लिये
और नये ब्लॉग के लिये शुभकामनायें
प्रणाम
Good information .
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